बुध ग्रह का राशि परिवर्तन

*बुध का मकर राशि में गोचर और आप पर प्रभाव (13 जनवरी, 2020)*

बुध ग्रह का गोचर वैदिक ज्योतिष में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है क्योंकि यह बहुत तेज गति से चलने वाला ग्रह है और चंद्रमा के बाद सबसे जल्दी अपनी कक्षा पूरी करता है। नव ग्रहों में बुध ग्रह सर्वदा बली रहता है क्योंकि यह दिन और रात दोनों ही समय अपना फल देने में सक्षम होता है। यही वजह है कि बुध का गोचर सबसे महत्वपूर्ण भी माना जाता है। वाणी और संचार का कारक ग्रह बुध अपनी छोटी सी अवधि में बड़े-बड़े परिवर्तन लाने में सक्षम है।

*बुध का मकर राशि में गोचर*

बुध एक ऐसा ग्रह है जो शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के परिणाम देने में सक्षम हैं। वास्तव में यह एक तटस्थ प्रकृति का ग्रह है, जो शुभ परिस्थितियों में शुभ और अशुभ परिस्थितियों में शुभ परिणाम देने में सक्षम है। एक शुभ बुध ग्रह आपको हास्य विनोद में प्रवीण बनाता है और बुद्धिमान बनाता है। आप की गणना समाज के अच्छे विद्वानों में होती है और लोग आपकी प्रशंसा करते हैं। बुध की शुभ स्थिति व्यक्ति को गणितीय योग्यता और तार्किक क्षमता देती है तथा व्यक्ति मंत्रों का ज्ञाता बनता है। केवल इतना ही नहीं, यदि बुध आपके लिए काफी शुभ है तो आपको एक कुशल और सफल व्यापारी बनाता है और आपका व्यापार दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करता है। वहीं अशुभ स्थितियों में बुध आपको त्वचा रोगी, अल्प बुद्धि और व्यापार में असफलता देता है।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह अपनी दशा अंतर्दशा के संपूर्ण काल में फल देता है इसलिए व्यक्ति को बुध का प्रभाव शीघ्र ही दिखाई देता है यदि जन्म कुंडली में बुध उत्तम अवस्था में हो तो ऐसा व्यक्ति बालपन से ही उत्तम ज्ञान प्राप्त करने की इच्छा वाला और बुद्धिमान होता है उनकी स्मृति तेज होती है और तीक्ष्ण बुद्धि होती है जिससे कठिन से कठिन समस्याओं को चुटकी में हल कर लेते हैं।

बुध से प्रभावित जातक व्यवहारिक अधिक होते हैं और भावुक कम इन्हें अपनी बातें करने में आनंद आता है और बुध के प्रभाव से यह बातूनी भी हो सकते हैं। ज्योतिष के क्षेत्र में मिथुन और कन्या राशि का स्वामी बुध माना जाता है, वहीं कन्या इसकी मूल त्रिकोण राशि भी होती है। कन्या राशि में ही बुध अपनी उच्च अवस्था में तथा मीन राशि में नीच अवस्था में होता है।

हिंदू पंचांग के अनुसार बुध ग्रह को उत्तर दिशा का स्वामी भी माना गया है। बुध की प्रिय ऋतु शरद है। वस्तुओं में हरा रंग और इस रंग के वस्त्र, पीतल और पन्ना रत्न आदि आते हैं। कुंडली में बुध की स्थिति व्यक्ति को अच्छी बुद्धि और संचार, विश्लेषण क्षमता, कोमल त्वचा, गणित, सांख्यिकी, व्यापार और शिक्षा प्रदान करती है। बुध सभी प्रकार की यात्राओं का भी कारक है।

शनि और शुक्र बुध के मित्र हैं तथा और चंद्र शत्रु। बुध के प्रभाव को बढ़ाने के लिए पन्ना रत्न पहनने की सलाह दी जाती है। इसके अतिरिक्त बुध यंत्र धारण करने अथवा स्थापित करने से भी बुध ग्रह का अनुकूल प्रभाव प्राप्त होता है। गाय की सेवा करने से बुध प्रसन्न होता है तथा स्त्रियों का सम्मान करने से भी बुध ग्रह से संबंधित अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं।

*बुध के प्रभाव*

वैदिक ज्योतिष के अनुसार नव ग्रहों में बुध ग्रह को राजकुमार के रूप में मान्यता दी गयी है। अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र बुध के अधिपत्य में आते हैं। कुंडली में बुध की शुभ स्थिति से जातक जीवन के अनेक क्षेत्रों में बहुत उन्नति प्रदान करता है। बुध से प्रभावित लोग अपनी वाक्पटुता से सबका दिल जीत लेते हैं। जिन लोगों की कुंडली में बुध अनुकूल स्थिति में ना हो, उन्हें बुध ग्रह से संबंधित उपाय करने की सलाह दी जाती है।

*गोचर काल का समय*

सभी लोगों को वाणी और संचार कौशल देने वाला यही बुध ग्रह 13 जनवरी, सोमवार की सुबह 11:22 बजे धनु राशि से निकलकर अपने मित्र शनि के स्वामित्व वाली मकर राशि में प्रवेश करेगा। तो आईये जानते हैं कि बुध के मकर राशि में गोचर का सभी राशि के जातकों पर क्या सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है:

यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। 

मेष राशि
आपकी राशि के लिए बुध देव आपके तीसरे भाव तथा छठे भाव के स्वामी हैं और अपने मकर राशि में गोचर के दौरान हुए आपके दशम भाव में विराजमान होंगे। दशम भाव से हमारी आजीविका, हमारे कर्म और हमारे यश का विचार किया जाता है। दशम भाव में बुध देव के प्रभाव से आप अपने कार्य क्षेत्र में अपनी बुद्धि और स्वविवेक के आधार पर बेहतरीन कार्य करेंगे और लोगों की प्रशंसा के पात्र बनेंगे। आपके वे विरोधी भी इस दौरान आपकी प्रशंसा करेंगे, जिनसे आपको कभी उम्मीद भी नहीं थी। यदि आप कोई व्यापार करते हैं तो यह समय आपके व्यापार को नई गति प्रदान करेगा और नए नए अवसर आपके हाथ में आएँगे, जिससे आपके व्यापार का विस्तार होगा। बुध के इस गोचर का सकारात्मक प्रभाव आपके पारिवारिक जीवन पर भी पड़ेगा और घर में सुख शांति आएगी। इस गोचर के दौरान आपके भाई बहनों का सहयोग भी आपके काम में आपकी मदद करेगा और आप अपनी चेतना तथा संवाद कौशल यानि कि कम्युनिकेशन स्किल के बलबूते अपने काम को बेहतर तरीके से अंजाम दे पाएंगे और सफलता के पथ पर आगे बढ़ेंगे। आपकी वाणी आप का मुख्य हथियार बनेगी और आपके सभी कामों को बनाने में आपको मदद देगी। बस आपको अति आत्मविश्वास का शिकार होने से बचना होगा।

उपायः आप को विशेष लाभ प्राप्त करने के लिए बुधवार के दिन माता महालक्ष्मी की उपासना करनी चाहिए ।

वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अपने मकर राशि में प्रवास के दौरान वे आपकी राशि से नवम भाव में प्रवेश करेंगे, जिससे आपके मान और यश में बढ़ोतरी होगी तथा आपकी धन संपदा का विस्तार होगा। आपकी कुंडली में दो धन भावों के स्वामी होकर गोचर के दौरान वे तीसरे धन भाव में बैठेंगे, जिससे आर्थिक तौर पर आपको यह गोचर काफी उन्नति देगा और आपको आपके परिजनों विशेषकर आपके पिताजी का सहयोग भी प्राप्त होगा, जिससे आप जीवन में आगे बढ़ेंगे। प्रेम संबंधों के लिहाज से भी यह गोचर काफी अनुकूल रहेगा और आपके बीच कम्युनिकेशन बेहतर बनेगा, जिससे आपका प्रियतम भी इस दौरान आपसे प्रसन्न रहेगा। आप दोनों साथ में घूमने फिरने के अवसर तलाशेंगे और अपने प्रेम जीवन को बेहतरीन दिशा दे पाएंगे। आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा, जिसका आपको काफी लाभ होगा। इस दौरान आपको कुछ यात्राओं पर जाने का भी मौका मिलेगा, जो आपकी स्थिति को बेहतर बनाने में कारगर साबित होंगी। आपके परिजनों का सहयोग भी आप की सामाजिक स्थिति को बेहतर बनाने में इस दौरान आपको प्राप्त होगा। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी और आप जिस विषय की पढ़ाई करना चाहते हैं, उसके लिए विशेष तौर पर आपको इस दौरान अच्छे परिणाम मिलेंगे

उपायः आपको बुध देव की अनुकूलता प्राप्त करने के लिए उत्तम गुणवत्ता का ओपल रत्न बुधवार के दिन चाँदी की अंगूठी में अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए।

मिथुन राशि
आपकी राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपकी कुंडली के चतुर्थ भाव के स्वामी बुध देव अपने मकर राशि में गोचर के दौरान आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे। अष्टम भाव से जीवन में होने वाली अचानक घटनाओं का पता लगता है और यह हमारा आयु भाव भी है। राशि स्वामी के अष्टम भाव में जाने से शारीरिक रूप से कुछ चुनौतियाँ आपको परेशान कर सकती हैं, जिनके प्रति आपको सावधानी बरतनी चाहिए। इसके अतिरिक्त बुध का यह गोचर आपको आर्थिक तौर पर मदद देगा। जो लोग धर्म कर्म से जुड़े हैं, उन्हें इस समय अवधि में काफी अच्छे परिणाम मिलेंगे। मंत्र दीक्षा प्राप्त करने वालों को इस दौरान अच्छे अनुभव मिलेंगे। आप शोध के क्षेत्र में बेहतरीन काम कर पाएंगे और आपका मन गूढ़ और आध्यात्मिक कार्यो की ओर झुकेगा। कुछ लोगों को इस दौरान अचानक से धन प्राप्ति का अवसर भी प्राप्त होगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाएगी। हालांकि इस दौरान आपको सोच समझकर बातचीत करनी चाहिए, चाहे किसी से भी करें क्योंकि वाणी ही आपके कामों को बिगाड़ सकती है, इसलिए अपने काम को बनाने के लिए बहुत सोच समझकर आगे बढ़ें। आपके कार्यक्षेत्र में इस दौरान कुछ उतार-चढ़ाव की स्थिति बनेगी, इसलिए अपने काम पर पूरा ध्यान लगाएँ ताकि किसी को कोई शिकायत का मौका ना मिले।

उपायः बुध देव की कृपा प्राप्ति के लिए श्री दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ करें।

कर्क राशि
आपकी राशि के लिए बुध देव आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अपने मकर राशि में गोचर के दौरान वे आपके सप्तम भाव में स्थापित होंगे। सप्तम भाव हमारी दीर्घकालीन साझेदारियों का भाव है और व्यापार का भी द्योतक है। बुध के इस भाव में गोचर के कारण आपको टेलीकम्युनिकेशन साधनों का काफी लाभ मिलेगा। आप व्यापार करते हैं तो मार्केटिंग के जरिए और सोशल मीडिया के जरिए आपको बिज़नेस को एक्सटेंड करने में सफलता मिलेगी और व्यावसायिक रूप से आप इस दौरान मजबूत बनेंगे। केवल इतना ही नहीं, विदेशी स्रोतों से जुड़ कर यदि आप कोई काम करते हैं या किसी मल्टीनेशनल कंपनी से जुड़कर आपका काम है तो आप को इस दौरान काफी बेहतरीन नतीजे प्राप्त होंगे। बुध का यह गोचर आपके दांपत्य जीवन पर भी प्रभाव डालेगा। आपके रिश्ते में आपसी समझ बढ़ेगी। हालांकि कुछ बाहरी व्यक्तियों का हस्तक्षेप रिश्ते में समस्याएं भी पैदा कर सकता है। इस दौरान आपके भाई बहनों का सहयोग तो आपको प्राप्त होगा ही, आपके कुछ खास मित्र भी आपकी मदद करेंगे, जिससे आप काफी अच्छा अनुभव करेंगे। मानसिक तौर पर आप काफी मजबूत रहेंगे और निर्णय लेने में सफलता मिलेगी। यह समय व्यापार को विस्तार देने के लिए उत्तम रहेगा।

उपायः बुधवार के दिन किसी महिला पुजारी को श्रृंगार की सामग्री भेंट करना आपके लिए फ़ायदेमंद रहेगा।

सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके दूसरे भाव के साथ साथ ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और मकर राशि में अपने इस गोचर के दौरान वे आपके छठे भाव में प्रवेश करेंगे। छठा भाव अदालत का भाव है, वाद विवाद का भाव है और इस कारण इस दौरान आपको वाद-विवाद में उत्तम सफलता मिलेगी। आप विजयी होकर निकलेंगे। कोर्ट कचहरी के मामलों में भी आपको उत्तम सफलता प्राप्त होगी। इस दौरान आपके खर्चों में बढ़ोतरी देखी जा सकेगी और आमदनी में थोड़ी गिरावट आ सकती है, इसलिए आपको अपने फाइनेंस को नियंत्रण में रखने का प्रयास करना चाहिए। वाद विवाद में सफलता मिलने से आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा, लेकिन आपको फिर भी इससे दूर रहने का प्रयास करना चाहिए और किसी अन्य व्यक्ति के झगड़ों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। यदि आप जॉब करते हैं तो बुध का यह गोचर आपके लिए अनुकूल साबित होगा। मानसिक रूप से इस काल खंड में आप थोड़े बेचैन रहेंगे लेकिन फिर भी आपके काम थोड़े विलंब के साथ ही सही मगर पूर्ण हो ही जाएंगे, जिससे आप राहत का अनुभव करेंगे।

उपायः आप को बुधवार के दिन गौमाता को आटे की लोई अपने हाथ से खिलानी चाहिए।

कन्या राशि
आपकी राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके दशम भाव के स्वामी बुध देव मकर राशि में गोचर के दौरान आपके पंचम भाव में अपना प्रभाव दिखाएँगे। पंचम भाव हमारे प्रेम, शिक्षा और संतान का भाव है और यही हमारी बुद्धि का भाव भी है। बुद्धि का कारक ग्रह बुध पंचम भाव में प्रवेश करेगा तो आपकी बुद्धि का विकास होगा। आपकी स्मरण शक्ति तीव्र होगी और यदि आप विद्यार्थी हैं तो शिक्षा के क्षेत्र में अनुकूल परिणाम प्राप्त करेंगे। इसके अतिरिक्त जो लोग किसी प्रेम संबंध में हैं, उन्हें इस दौरान बेहतरीन परिणाम मिलेंगे। अपने प्रियतम के साथ उनके संबंध मजबूत होंगे। आप के बीच बातचीत का सिलसिला बढ़ेगा, जिससे एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। जो लोग शादीशुदा हैं, उनको संतान से सुख मिलेगा और संतान जीवन में अग्रसर होगी। कार्य क्षेत्र में जॉब करने वाले लोगों को इस दौरान नौकरी बदलने की स्थिति बन सकती है। हालांकि व्यापारी वर्ग को इस दौरान जबरदस्त लाभ होगा और व्यापार में विस्तार के भी योग बनेंगे। आप की मेधा शक्ति बढ़ेगी और स्वविवेक के आधार पर आप काफी अच्छे निर्णय लेंगे, जिससे आपको प्रशंसा मिलेगी। इस दौरान आप की गणना समाज के अच्छे लोगों में होगी और विद्वानों की श्रेणी में आप खड़े होंगे। वरिष्ठ अधिकारियों से अच्छे संबंध बनाए रखना आपके लिए आवश्यक होगा।

उपायः विशेष लाभ प्राप्ति के लिए आपको दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए और मां दुर्गा को लाल पुष्प अर्पित करने चाहिए।

तुला राशि
तुला राशि के लोगों के लिए बुध का प्रभाव अनुकूल रहता है क्योंकि यह आपकी कुंडली के नवम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आप के द्वादश भाव के स्वामी हैं। भाग्य स्थान का स्वामी बुध ग्रह अपने मकर राशि में गोचर के दौरान आपके चतुर्थ भाव में प्रवेश करेगा, जिससे आपके परिवार में सुख सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी और पारिवारिक संबंध बेहतर बनेंगे। परिजनों के मध्य अच्छा सामंजस्य देखने को मिलेगा और बातचीत में भी तालमेल की स्थिति रहेगी। इसका प्रभाव आपके कार्यक्षेत्र में भी पड़ेगा और आपको अपने ऑफिस में अच्छे फल प्राप्त होंगे। आपकी बुद्धि आपको काम में मदद करेगी और आप इस दौरान जो भी कदम उठाएंगे, वे आपको प्रशंसा दिलाएंगे। आप मुश्किल से मुश्किल चुनौतियों का हल आसानी से कर लेंगे, जिससे आपकी बुद्धिमत्ता की प्रशंसा होगी। इस दौरान आपको प्रॉपर्टी संबंधित लाभ भी प्राप्त हो सकते हैं। जो लोग विदेश गए हुए थे या घर से दूर रह रहे थे, उन्हें इस समय अवधि में घर वापस लौटने का अवसर मिल सकता है, जिससे परिवार में हर्ष की लहर दौड़ जाएगी। आपके दादा-दादी से आपको इस दौरान कुछ अच्छा तोहफ़ा मिल सकता है, जिससे आपकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहेगा।

उपायः बुध के प्रभावों को बढ़ाने के लिए बुधवार के दिन बुध यंत्र धारण करें।

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और मकर राशि में बुध के गोचर के दौरान आपके तीसरे भाव में बुध का प्रभाव विशेष रुप से दिखाई देगा। तीसरा भाव कम्युनिकेशन का भाव है, जिसका मुख्य स्वामी बुध ग्रह को ही माना जाता है, इसलिए इस गोचर के प्रभाव से आपको कम्युनिकेशन माध्यमों से अनुकूल परिणाम मिलेंगे और सफलता के मार्ग पर आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक पाएगा। यदि आप कम्युनिकेशन के क्षेत्र से जुड़े हैं, तो आपके लिए सोने पर सुहागा की स्थिति बनेगी। केवल इतना ही नहीं, इस दौरान आपको यात्राओं के अनेक मौके मिलेंगे, जो आपके आनंद को बढ़ाने के साथ-साथ आपको सफलता दिलाएंगी। गोचर की इस अवधि में आपके भाई बहनों के साथ कुछ समस्याएं पेश आ सकती हैं, इसलिए उनका ध्यान रखें। यह समय अधिक मेहनत करने का है और अपने प्रयासों को गति देने का है, तभी आप को उनके परिणाम मिल पाएंगे। मार्केटिंग के क्षेत्र से जुड़े लोगों को इस दौरान उनकी मेहनत का समुचित फल मिलेगा और यदि आप ट्रांसपोर्ट का कार्य करते हैं तो यह गोचर आपके लिए फायदे का सौदा साबित होगा। यदि आप जॉब करते हैं तो इस दौरान आपको अपने सहकर्मियों से बेहतर व्यवहार करना चाहिए क्योंकि वे आपके काम आएँगे।

उपायः विशेष लाभ के लिए बुधवार को लौंग वाला पान माता को अर्पित करें।

धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह सातवें भाव का स्वामी होने के साथ-साथ दसवें भाव का स्वामी भी है और अपने मकर राशि में संचरण के दौरान वे आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे। दूसरा भाव हमारा वाणी और भोजन का भाव है। इसके अतिरिक्त यह भाव धन भाव के रूप में भी से जाना जाता है। बुध का यह गोचर आपको काफी अनुकूल परिणाम प्राप्त करने में सहायक बनेगा। गोचर की इस अवधि में आपकी वाणी में मिठास बढ़ेगी और आकर्षण बढ़ेगा, जिसकी वजह से आप अपने कार्यों को गति दे पाएंगे और मुश्किल से मुश्किल कार्यों को हल करके अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाएँगे। व्यापार के सिलसिले में किए गए प्रयास सार्थक होंगे और आपको आर्थिक तौर पर अच्छा लाभ मिलेगा। इस दौरान आप अच्छे और स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेंगे लेकिन जल्दबाजी में भोजन करने की आदत से आपको बचना होगा। इसके अतिरिक्त कार्य क्षेत्र में आपको अनुकूलता मिलेगी और आप धन अर्जित कर पाने में इस समय में सफल होंगे। परिवार में आपका ओहदा बढ़ेगा और आपको इज्ज़त मिलेगी। दूसरी ओर, गोचर की इस अवधि में आपका स्वास्थ्य पीड़ित हो सकता है, जिसके प्रति आपको सावधानी रखनी अपेक्षित होगी। जल्दबाजी से कार्य करने की आदत से आपको बचना होगा।

उपायः बुध के हानिकारक प्रभाव से बचने के लिए बुधवार के दिन चीनी दान में दें।

मकर राशि
मकर राशि के लिए बुध काफी अनुकूल होता है क्योंकि यह आपके छठे भाव के साथ-साथ नवम अर्थात भाग्य भाव का स्वामी भी है और अपने गोचर की इस अवधि में बुध ग्रह आपकी राशि में विराजमान होगा। अर्थात आपका पहला भाव बुध ग्रह के विशेष प्रभाव में होगा। इस दौरान आपको कुछ-कुछ राजयोग जैसे परिणाम मिलेंगे और हर कार्य में भाग्य का पूरा सहयोग मिलेगा, जिससे आपके अटके हुए काम भी बनने लगेंगे और आपको आर्थिक के साथ-साथ सामाजिक और व्यवसायिक रूप में भी बेहतरीन परिणाम मिलेंगे। आपको अपनी वाणी पर इस दौरान थोड़ा नियंत्रण रखना होगा और कार्यों में सोच समझकर हस्तक्षेप करना होगा क्योंकि वाणी की कड़वाहट आपके लिए परेशानियां उत्पन्न कर सकती है, लेकिन दूसरी ओर दांपत्य जीवन में स्थितियां काफी बेहतर बनेंगी और आप अपने जीवन साथी को साथ लेकर कहीं घूमने का प्लान भी बना सकते हैं। स्वास्थ्य थोड़ा सा कमजोर रहेगा लेकिन विरोधियों पर आप भारी रहेंगे। आपके व्यापार में आपको उत्तम लाभ मिलेगा और आप उन्नति के राह में आगे जाएंगे। इस दौरान आपको किसी भी प्रकार के कोर्ट कचहरी के मामले से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए। पिताजी का सहयोग पूर्ण रूप से आपको प्राप्त होगा और उससे आप खुशी का अनुभव करेंगे।

उपायः बुध के प्रभाव को और भी अनुकूल बनाने के लिए गणेश जी की पूजा करें और उन्हें दूर्वांकुर (दूब घास) चढ़ाएँ।

कुंभ राशि
कुंभ राशि के स्वामी शनि के मित्र बुध ग्रह आपके पंचम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के स्वामी भी हैं और इस दौरान गोचर करते हुए आपके बारहवें भाव में प्रवेश करेंगे। यह बारहवाँ भाव हमारा हानि अथवा व्यय भाव भी कहा जाता है। इस दौरान आपके खर्चों में बढ़ोतरी होगी, जो आपको आर्थिक तौर पर थोड़ा कमजोर बना सकती है। हालांकि दूसरी ओर इस राशि के विद्यार्थियों को विदेश जाकर पढ़ने का मौका मिल सकता है, जिससे उनकी खुशी कई गुना अधिक होगी। इस दौरान अचानक यात्राओं के योग भी बनेंगे, जो आपको शारीरिक तौर पर परेशान करेंगी और आपके धन का अपव्यय भी करवा सकती हैं, इसलिए यात्रा पर जाना टाल देंगे तो बेहतर रहेगा। स्वास्थ्य को लेकर इस दौरान आपको विशेष रुप से ध्यान देना चाहिए क्योंकि आपको त्वचा संबंधित परेशानियां कष्ट दे सकती हैं और कुछ लोगों को नसों से संबंधित समस्याएं पेश आ सकती हैं। इसके अतिरिक्त प्रेम संबंधों के लिए यह समय अनुकूल नहीं रहेगा और आपका प्रियतम किसी दूसरे शहर जा सकता है, जिससे आप दोनों के मिलने में समस्या हो सकती है। अपने संवाद का दायरा बढ़ाएं और यदि उनसे ना मिल पाएँ तो भी बातचीत करना जारी रखें, ताकि आपका प्रेम जीवन सुचारू रूप से चलता रहे। विरोधियों से इस दौरान थोड़ा सतर्क रहें और दूसरों के कार्य में बेवजह हस्तक्षेप ना करें।

उपायः बुध देव की विशेष कृपा प्राप्ति के लिए आपको विधारा मूल धारण करनी चाहिए।

मीन राशि
आपकी राशि के लिए बुध देव चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अपनी इस गोचर की अवधि में वे आपके एकादश भाव में प्रवेश करने वाले हैं। एकादश भाव आपका लाभ भाव कहलाता है क्योंकि जीवन के सभी प्रकार के लाभ इस भाव से देखे जाते हैं। बुध ग्रह के एकादश भाव में जाने से आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी और जो इच्छाएं थीं, वे पूरा होने से आप सुखी रहेंगे। परिवार में आप को सहयोग की प्राप्ति होगी और किसी प्रकार की संपत्ति के विक्रय से आपको अच्छा धन अर्जित हो सकता है। इसके अतिरिक्त आप अपने व्यापार को वृद्धि दिला पाने में सक्षम होंगे, जिससे आपको लाभ की प्राप्ति भी होगी। बड़े भाई बहनों से आपके संबंध बेहतर बनेंगे और जीवनसाथी के माध्यम से किसी प्रकार के लाभ का मार्ग प्रशस्त होगा। आपके बीच की नजदीकियां बढ़ेंगी और एक दूसरे के प्रति प्रेम का भाव रखेंगे, जिससे दांपत्य जीवन भी बेहतर बनेगा। यदि आप किसी व्यापार को शुरू करने का प्रयास कर रहे हैं तो इस दौरान कर सकते हैं। आपको उत्तम लाभ के योग बनेंगे और बुध देव की कृपा आपको दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति प्रदान करेगी। आपकी सामाजिक छवि बदलेगी और आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा। सोशल मीडिया पर आप काफी सक्रिय हो सकते हैं तथा सामाजिक गतिविधियों में शामिल होने से आप को पहचान मिलेगी। मित्रों के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा, जिससे आपकी खुशी बढ़ेगी।
 
उपायः विशेष लाभ प्राप्त करने के लिए प्रत्येक बुधवार के दिन साबुत मूंग की दाल का दान
 
ज्योतिषी अचार्य
श्वेता ओबेरॉय
सपर्क सूत्र 8527754150
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