11 मार्च 2021 को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा महाशिवरात्रि यानी कि शिव की रात्रि शिवरात्रि का आठों पहर का अभिषेक का खास महत्व है जो इंसान जिस समय में भी चाहे उनका अभिषेक करके उनका आशीर्वाद ले सकता है शिव केवल शिव ही हैं जिन्होंने अपने आप को किसी भी वस्तु के साथ अपने आप को बांधे नहीं किया है शिव ने हर चीज को स्वीकार किया है चाहे वह विश हो चाहे वह अमृत हो हर चीज को सामने वाले के भाव अनुसार ग्रहण कर लेते हैं अब आपके ऊपर है कि आप उन्हें क्या चीज भेंट कर सकते हैं शिव बेलपत्र के 1 पत्ते पर भी खुश हो जाते हैं शिव एक लोटा जल से भी खुश हो जाते हैं शेर आप अपनी इच्छा अनुसार जो भी उन्हें चढ़ाएं वह उन्हें स्वीकार्य है शिव विश्व गुरु हैं शिव ही परम सत्य हैं शिव गुरु हैं शिव देवों के देव हैं एक शिव ही हैं जिन्होंने समस्त प्राणी मात्र की खुशी के लिए उसके उसे खुशहाल रखने के लिए सारा विश अपने कंठ में धारण किया है एक पुरुष की महानता यही है कि वह सब के भाग को जानता है और उन सब के भाव को अपने भीतर धारण करना भी जानता है शिव ने यह बताया है कि मैं श्मशान में भी खुश हूं और मैं महल में भी खुश हूं मैं हर जगह हूं सिर्फ आप अपने भाव को दिखाएं और शिव की कृपा पाने
अपनी इच्छा अनुसार आप वह सामग्री चुन सकते हैं जिससे आपका कोई भी ग्रह मजबूत हो जैसे आप चंद्रमा को मजबूत करने के लिए शिव का अभिषेक जल से करें जल में बर्फ डाल कर जब अभिषेक करेंगे इससे आपका चंद्रमा मजबूत होगा आप अपनी सामर्थ्य अनुसार जल में दूध भी डाल सकते हैं,
शुक्र को मजबूत करने के लिए शिव का अभिषेक दही से करें फलों के रस से करें गन्ने के रस से करें इससे आपका शुक्र मजबूत होगा।
मंगल को मजबूत करने के लिए आप शिव का अभिषेक गुड से करें शहद से करें लाल चंदन से उन्हें सजाएं इससे आपका मंगल मजबूत होगा
बुध को मजबूत करने के लिए आप मूंग की दाल से शिवलिंग का श्रृंगार कर सकते हैं
गुरु बृहस्पति को मजबूत करने के लिए आप किससे शिव का अभिषेक करें उन पर हल्दी घोलकर जल चढ़ाएं,केवल शिवरात्रि को ही शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाई जाती है।
शनि को मजबूत करने के लिए शिवलिंग पर काले तिल उड़द की दाल चढ़ाएं तेल सरसों का चढ़ाएं।
सूर्य को मजबूत करने के लिए सफेद तिल शिवलिंग पर चढ़ाएं गुलेल के फूल चढ़ाएं।
राहु की शांति के लिए शिवलिंग पर चंदन का इत्र चढ़ाएं चंदन जल में मिलाकर उन्हें चढ़ाएं इससे रहो महाराज प्रसन्न होंगे और उनका बुरा प्रभाव कम होगा।
सामान्य जन जिन्हें किसी भी ग्रह को अच्छा या बुरा नहीं करना है वह शिव पर औषधि मिश्रित करके जल चढ़ाएं उसमें आप लौंग इलायची कपूर अगर अगर इधर चंदन मिलाकर उस जल से आप शिव का अभिषेक करें इससे शिव बहुत प्रसन्न होते हैं
पंचामृत से भी शिव का अभिषेक जरूर करें जिसमें दूध दही, शहद, शक्कर,घी और गंगाजल मिलाएं
जल की धार को शिवलिंग पर चढ़ाते हुए ओम नमः शिवाय का मंत्र का जाप करें,
ओम नमो भगवते रुद्राय का पाठ करें,
अगर किसी को स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां आ रही हो तो वह शिव के मंत्र संजीवनी महामृत्युंजय मंत्र का पाठ भी कर सकते हैं।
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए भगवान शिव को कमल के फूल बिल्वपत्र सतपत्र और शंख पुष्पी से भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए खंड रहित ध्यान से अक्षत से और सुगंधित चंदन चढ़ाकर अखंड जलधारा से अभिषेक करना चाहिए
यदि शिवलिंग पर शंखपुष्पी के फूल चढ़ाए जाएं तो इस लोक और परलोक सभी कामनाओं का दिव्य फल प्राप्त होता है
आप अपनी इच्छाओं के अनुसार शिव को वही चीजें अर्पित करें जिससे आपकी मनोकामना पूर्ण हो लाल डंठल वाला धतूरा से शिव की पूजा करने से मनुष्य को यश की प्राप्ति होती है
तुलसी दल से शिव की पूजा करने करें तो उपासक को भोग और मोक्ष फल प्राप्त होता है लाल और सफेद मदार अपामार्ग कोहार के फूलों द्वारा पूजा करने से प्रताप की प्राप्ति होती है
अड़हुल के फूलों से की हुई पूजा शत्रु विनाश कहीं गई है करवीर के 100000 फूलों से शिव के पूजन में प्रयोग में लाए जाएं तो वह रोगों का उच्चाटन करने वाले होते हैं
चमेली से शिव की पूजा करके मनुष्य वाहन को उपलब्ध करता है इसमें कोई संशय नहीं अतसी के फूलों से महादेव का पूजन करने वाले को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं
शम्मी पत्रों से शिव की पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है
बेला के फूल चढ़ाने पर भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और शुभलक्ष्णा पत्नी प्रदान करते हैं
जूही के फूलों से पूजा की जाए तो घर में कभी अन्य की कमी नहीं आती कनेर के फूलों से पूजा करने पर मनुष्य को वस्त्र संपदा की प्राप्ति होती है
बिल्वपत्र से शिव की पूजा करने पर सभी मनोकामना की पूर्ति होती है
हरसिंगार के फूलों से पूजा करने पर सुख संपत्ति की वृद्धि होती है ऋतु में पैदा होने वाले फूल पूजा में अर्पित किए जाएं तो मोक्ष देने वाले होते हैं इसमें कोई संशय नहीं
राई के फूल शत्रु के लिए अनिष्ट कारी होते हैं इन फूलों को एक लाख की संख्या में शिव पर चढ़ाया जाए तो भगवान शिव पर
प्रचुर फल प्रदान करते हैं
चंपा और केवड़े को छोड़कर अन्य कोई ऐसा फूल नहीं जो भगवान को शिव को प्रिय ना हो सभी पुष्प शिव को अर्पित करने चाहिए
महादेव पर अखंडित चावल चढ़ाने से मनुष्य को लक्ष्मी की प्राप्ति होती है उसके धन की बढ़ोतरी होती है
शिवपुराण की प्रस्तुति
ज्योतिष आचार्य श्वेता ओबरॉय दीदी
1 Comments
Great
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