जैसा कि आप सब जानते हैं कि आने वाले समय में अप्रैल के महीने में सभी ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं सभी ग्रहों का अपने बढ़ते क्रम की ओर बढ़ना एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है जो हर साल होती है लेकिन साल ये स्वाभाविक सी प्रतिक्रिया के बीच में एक प्रतिक्रिया विपरीत दिशा में भी हो रही है जी हां मैं बात कर रही हूं राहु और केतु की, जहां इस समय सभी ग्रह अपनी आगे की राशियों की ओर बढ़ेंगे जहां सबसे ज्यादा ग्रह कुंभ राशि मीन राशि और मेष राशि में रहेंगे, वही अपनी वक्र गति से राहु उल्टे मेष राशि में प्रवेश करेंगे यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे रेड लाइट के ग्रीन होने पर सभी गाड़ियां एक दिशा में चलती हैं और उसमें कोई अनजाने में उल्टी दिशा में कोई आए तो कैसी प्रतिक्रिया देखने को मिलती है इसे दुर्घटना कहते हैं इसी तरह की खगोलीय दुर्घटना होने जा रही है अप्रैल में 12 अप्रैल को राहु मेष राशि में प्रवेश करेंगे अपनी वक्र गति के साथ वही सूर्य अपनी जैसा कि आप सब जानते हैं कि आने वाले समय में अप्रैल के महीने में सभी ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं सभी ग्रहों का अपने बढ़ते क्रम की ओर बढ़ना एक संभावित प्रतिक्रिया है जो हर साल होती है लेकिन साल ये सभाविक सी प्रतिक्रिया के बीच में एक प्रतिक्रिया विपरीत दिशा में भी हो रही है जी हां मैं बात कर रही हूं राहु और केतु की जहां इस समय सभी ग्रह अपनी आगे की राशियों की ओर बढ़ेंगे जहां सबसे ज्यादा ग्रह कुंभ राशि मीन राशि और मेष राशि में रहेंगे वही अपनी वक्र गति से राहु उल्टे मेष राशि में प्रवेश करेंगे यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे रेड लाइट के ग्रीन होने पर सभी गाड़ियां एक दिशा में चलती हैं और उसमें कोई अनजाने में उल्टी दिशा में कोई आए तो कैसी प्रतिक्रिया देखने को मिलती है इसे दुर्घटना कहते हैं इसी तरह की खगोलीय दुर्घटना होने जा रही है अप्रैल में 12 अप्रैल को राहु मेष राशि में प्रवेश करेंगे अपनी वक्र गति के साथ वही सूर्य अपनी मार्गी गति से होते हुए मेष राशि में गोचर कर रहे हैं ऐसे में 30अप्रैल को ग्रहण योग तो हो ही रहा है साथ ही इस वक्र गति से आ रहे राहु के कारण कुछ घटनाएं होंगी जैसा कि हम सब जानते हैं हमारे देश की कुंडली वृषभ राशि की है वृषभ राशि से निकलकर राहु अपने द्वादश भाव में मेष राशि में आएंगे द्वादश भाव विदेश है विदेश में चल रही युद्ध की गतिविधियां हम सब जानते हैं यूक्रेन रशिया के साथ हो रही युद्ध की खबरें हम आए दिन सुन रहे हैं तो ऐसे में जब यह ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे होंगे उसी समय कुछ ऐसी और गतिविधियां हो सकती हैं जिनके परिणाम सुखद नहीं होंगे आने वाले समय में जहां भारत आर्थिक परेशानी से जूझते हुए अपने आप को और मजबूत करेगा वहीं दूसरी और बाहरी देशों में चल रही युद्ध की स्थिति कुछ अलग ही कहानी बयान करेगे अप्रैल के महीने में जहां शनि महाराज कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे वही गुरु महाराज मीन राशि में प्रवेश करेंगे सबसे ज्यादा असर उन ग्रहों का रहेगा जो लंबे समय तक एक राशि में विचरण करते हैं जैसे शनि गुरु राहु और केतु इनका प्रभाव अधिक देखने को मिलेगा शनि जहां कर्म के देव हैं और कर्मफल के देव हैं वही गुरु ज्ञान आपसी समझदारी धार्मिकता दया को दर्शाते हैं राहु जहां लालच अधिकता और लोभ का कारक है वह अपना प्रभाव जरूर दिखाएंगे।
शेयर मार्केट में तेजी से उछाल और उतार देखने को मिलेगा वही राहु के प्रभाव से सभी देश अपने अपने स्वार्थ की तरफ झुकाव दिखाएंगे ऐसे में अगर देशों की यह लड़ाई रुकती नहीं है तो यह विकेट विपत्ति का कारण बन सकती है आने वाले समय में यह सब अनुभव हमें देखने को मिलेंगे।मार्गी गति से होते हुए मेष राशि में गोचर कर रहे हैं ऐसे में 30अप्रैल को ग्रहण योग तो हो ही रहा है साथ ही इस वक्र गति से आ रहे राहु के कारण कुछ घटनाएं होंगी जैसा कि हम सब जानते हैं हमारे देश की कुंडली वृषभ राशि की है वृषभ राशि से निकलकर राहु अपने द्वादश भाव में मेष राशि में आएंगे द्वादश भाव विदेश है विदेश में चल रही युद्ध की गतिविधियां हम सब जानते हैं यूक्रेन रशिया के साथ हो रही युद्ध की खबरें हम आए दिन सुन रहे हैं तो ऐसे में जब यह ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे होंगे उसी समय कुछ ऐसी और गतिविधियां हो सकती हैं जिनके परिणाम सुखद नहीं होंगे आने वाले समय में जहां भारत आर्थिक परेशानी से जूझते हुए अपने आप को और मजबूत करेगा वहीं दूसरी और बाहरी देशों में चल रही युद्ध की स्थिति कुछ अलग ही कहानी बयान करेगे अप्रैल के महीने में जहां शनि महाराज कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे वही गुरु महाराज मीन राशि में प्रवेश करेंगे सबसे ज्यादा असर उन ग्रहों का रहेगा जो लंबे समय तक एक राशि में विचरण करते हैं जैसे शनि गुरु राहु और केतु इनका प्रभाव अधिक देखने को मिलेगा शनि जहां कर्म के देव हैं और कर्मफल के देव हैं वही गुरु ज्ञान आपसी समझदारी धार्मिकता दया को दर्शाते हैं राहु जहां लालच अधिकता और लोभ का कारक है वह अपना प्रभाव जरूर दिखाएंगे।
शेयर मार्केट में तेजी से उछाल और उतार देखने को मिलेगा वही राहु के प्रभाव से सभी देश अपने अपने स्वार्थ की तरफ झुकाव दिखाएंगे ऐसे में अगर देशों की यह लड़ाई रुकती नहीं है तो यह विकेट विपत्ति का कारण बन सकती है आने वाले समय में यह सब अनुभव हमें देखने को मिलेंगे।
0 Comments