लाभ पञ्चमी का संपूर्ण विवरण | ज्योतिष आचार्य श्वेता ओबेरॉय/labh Punchami Explanation by Astrologer Shweeta Oberoi

लाभ पञ्चमी का संपूर्ण विवरण | ज्योतिष आचार्य श्वेता ओबेरॉय

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लाभ पञ्चमी हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो विशेष रूप से व्यापारियों और व्यवसायियों के लिए समर्पित होता है। दीपावली के बाद मनाए जाने वाले इस पर्व को सौभाग्य और धनलाभ का प्रतीक माना गया है।

लाभ पञ्चमी का महत्व:

1. धन और समृद्धि: इस दिन लोग अपने पुराने खातों का समापन कर नए वर्ष की शुरुआत करते हैं और व्यवसाय में लाभ एवं सफलता के लिए पूजा करते हैं।

2. सौभाग्य की प्राप्ति: यह दिन सौभाग्य में वृद्धि के लिए भी जाना जाता है। लोग अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करते हैं।

3. व्यापारिक रीति-रिवाज: कई स्थानों पर व्यापारी इस दिन नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत करते हैं।

पूजा का महत्व:
लाभ पञ्चमी की पूजा से व्यवसाय में प्रगति और धन की वृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। विशेष मुहूर्त का ध्यान रखकर पूजा की जाती है, जिससे पूजा का प्रभाव अधिक लाभकारी हो जाता है।

तिथियाँ और मुहूर्त:
- लाभ पञ्चमी: 6 नवम्बर 2024 (बुधवार)
- पूजा का मुहूर्त: 06:37 ए एम से 10:15 ए एम (अवधि: 3 घंटे 38 मिनट)
- पञ्चमी तिथि प्रारम्भ: 6 नवम्बर 2024 को 12:16 ए एम
- पञ्चमी तिथि समाप्त: 7 नवम्बर 2024 को 12:41 ए एम

चौघड़िया मुहूर्त:
लाभ पञ्चमी पर चौघड़िया मुहूर्त का पालन करते हुए पूजा करने से विशेष लाभ एवं सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

निष्कर्ष:
लाभ पञ्चमी का पर्व धन लाभ का प्रतीक ही नहीं, बल्कि जीवन में नई शुरुआत और सकारात्मकता लाने का अवसर भी प्रदान करता है। ज्योतिष आचार्य श्वेता ओबेरॉय की सलाह अनुसार, इस दिन की पूजा से सफलता और समृद्धि की प्राप्ति संभव है।

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